पीएम आवास योजना का पैसा कितने दिन में आता है - पूरी जानकारी 2025

प्रधानमंत्री आवास योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जिसका उद्देश्य गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत लाखों लाभार्थियों को आर्थिक सहायता मिल रही है। लेकिन बहुत से आवेदकों के मन में यह सवाल होता है कि आवेदन करने के बाद पैसा कब तक आएगा और किस्तें कितने दिनों में मिलती हैं। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि पीएम आवास योजना का पैसा आने में कितना समय लगता है।
पीएम आवास योजना का पैसा कितने दिन में आता है - पूरी जानकारी 2025प्रधानमंत्री आवास योजना की तीन किस्तों का प्रोसेस दर्शाता इंफोग्राफिक

पीएम आवास योजना क्या है

प्रधानमंत्री आवास योजना को 25 जून 2015 को शुरू किया गया था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य वर्ष 2022 तक "सभी के लिए आवास" का लक्ष्य पूरा करना था, जिसे अब 2029 तक बढ़ा दिया गया है। यह योजना दो भागों में विभाजित है - 
  • प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (PMAY-G) 
  •  प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी (PMAY-U)
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए इस योजना के तहत मैदानी इलाकों में 1.20 लाख रुपये और पहाड़ी या दुर्गम क्षेत्रों में 1.30 लाख रुपये की सहायता दी जाती है। शहरी क्षेत्रों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) और निम्न आय वर्ग (LIG) के लिए 1.5 लाख रुपये तक की केंद्रीय सहायता प्रदान की जाती है।

पीएम आवास योजना का पैसा कितने दिन में आता है

सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, पहली किस्त 10 से 15 दिन के अंदर आपके बैंक खाते में पहुंच जाती है, बशर्ते आपके सभी दस्तावेज पूरे हों और सत्यापन हो चुका हो। हालांकि, व्यावहारिक रूप से यह समय अलग-अलग राज्यों और जिलों में भिन्न हो सकता है।

आवेदन से पहली किस्त तक का समय

जब आप पीएम आवास योजना के लिए आवेदन करते हैं, तो पहली किस्त आने में लगभग 6 महीने तक का समय लग सकता है। यह इसलिए क्योंकि आवेदन के बाद कई चरणों से गुजरना पड़ता है:

सर्वेक्षण और पहचान: सबसे पहले Awaas+ मोबाइल ऐप या सर्वेकर्ता के माध्यम से सर्वे होता है। यह सर्वे यह सुनिश्चित करता है कि आवेदक योजना के लिए पात्र है या नहीं।

दस्तावेज सत्यापन: ग्राम पंचायत, ब्लॉक विकास अधिकारी (BDO) या शहरी स्थानीय निकाय स्तर पर सभी दस्तावेजों का सत्यापन होता है। इस प्रक्रिया में आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, आय प्रमाण पत्र, और पक्के मकान न होने का शपथ पत्र जैसे दस्तावेजों की जांच की जाती है।

लाभार्थी सूची में नाम: सत्यापन के बाद पात्र आवेदकों का नाम लाभार्थी सूची में जोड़ा जाता है। यह सूची pmayg.nic.in (ग्रामीण) या pmaymis.gov.in (शहरी) पर ऑनलाइन देखी जा सकती है।

प्रथम किस्त जारी होना: एक बार जब आपका नाम अंतिम लाभार्थी सूची में आ जाता है और बजट जारी हो जाता है, तब पहली किस्त सीधे आपके बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से ट्रांसफर की जाती है।

अगर आपने आज आवेदन किया है, तो आपको दो से तीन साल तक इंतजार करना पड़ सकता है, क्योंकि लाभार्थी सूची साल में एक या दो बार ही अपडेट होती है और बजट की उपलब्धता भी मायने रखती है।

पीएम आवास योजना की किस्तों का विवरण

प्रधानमंत्री आवास योजना का पैसा एकमुश्त नहीं दिया जाता, बल्कि यह तीन किस्तों में घर निर्माण की प्रगति के आधार पर जारी किया जाता है।

ग्रामीण क्षेत्र (PMAY-G) में किस्तों का विवरण

ग्रामीण योजना में कुल 1.20 लाख रुपये तीन किस्तों में दिए जाते हैं:

पहली किस्त - 40,000 रुपये: यह किस्त घर की नींव या प्लिंथ लेवल (3 फीट तक) के निर्माण के लिए दी जाती है। घर का निर्माण शुरू करने के बाद और प्लिंथ स्तर तक काम पूरा होने पर यह किस्त मिलती है।

दूसरी किस्त - 70,000 रुपये: जब घर की दीवारें और छत का काम पूरा हो जाता है या घर का निर्माण लिंटल लेवल तक पहुंच जाता है, तब दूसरी किस्त जारी की जाती है। इस किस्त के लिए आवास सहायक या ग्राम पंचायत कर्मचारी निर्माण की फोटो खींचकर जियो टैगिंग करते हैं।

तीसरी किस्त - 10,000 रुपये: यह अंतिम किस्त तब दी जाती है जब घर का निर्माण पूरी तरह से पूर्ण हो जाता है। इसमें छत, दरवाजे, खिड़कियां और अन्य अंतिम कार्य शामिल होते हैं।

शौचालय निर्माण के लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत अतिरिक्त 12,000 रुपये दिए जाते हैं। मनरेगा के तहत मजदूरी सहायता भी उपलब्ध है।

शहरी क्षेत्र (PMAY-U) में किस्तों का विवरण

शहरी योजना में किस्तों की व्यवस्था थोड़ी अलग है। पहले यह राशि कुल 1.20 लाख रुपये (40,000 रुपये की तीन किस्तों में) थी, लेकिन कुछ राज्यों और PMAY-U 2.0 के तहत अब यह बढ़ाकर 2.40 लाख रुपये (80,000 रुपये की तीन किस्तों में) कर दी गई है:

पहली किस्त - 50,000 से 80,000 रुपये: घर की नींव या शुरुआती निर्माण के लिए।
दूसरी किस्त - 1.50 लाख रुपये या 80,000 रुपये: दीवारों और छत का निर्माण होने पर।
तीसरी किस्त - 50,000 रुपये या 80,000 रुपये: घर का निर्माण पूर्ण होने पर।

शहरी योजना में ब्याज सब्सिडी योजना (ISS) के तहत, लाभार्थी होम लोन पर 6.5% तक की सब्सिडी भी प्राप्त कर सकते हैं, जो 5 वार्षिक किस्तों में DBT के माध्यम से सीधे लोन खाते में जमा की जाती है।

दूसरी और तीसरी किस्त कब आती है

बहुत से लाभार्थियों को पहली किस्त तो मिल जाती है, लेकिन दूसरी और तीसरी किस्त आने में देरी होती है। इसके कुछ मुख्य कारण हैं:

निर्माण कार्य की प्रगति: दूसरी किस्त तभी आती है जब आप प्लिंथ लेवल से आगे का काम करा लें। अगर आपने घर का निर्माण शुरू नहीं किया या निर्माण धीमा है, तो किस्त नहीं मिलेगी।

जियो टैगिंग और फोटो अपलोड: हर किस्त के लिए आवास सहायक को निर्माण की फोटो खींचकर जियो टैगिंग करनी होती है और इसे Awaassoft सिस्टम में अपलोड करना होता है। अगर यह काम नहीं हुआ, तो किस्त रुक सकती है।

बजट की उपलब्धता: कई बार राज्य या जिला स्तर पर बजट जारी होने में देरी होती है, जिससे किस्तें लेट आती हैं।

दस्तावेजों में गड़बड़ी: अगर आपके बैंक खाते में कोई समस्या है, आधार लिंक नहीं है, या ई-केवाईसी पूरी नहीं हुई है, तो भुगतान रुक सकता है।

कुछ राज्यों ने घोषणा की है कि 100 दिनों के भीतर पहली, दूसरी और तीसरी किस्त जारी कर दी जाएगी। लेकिन यह तभी संभव है जब निर्माण कार्य समय पर पूरा हो और सभी प्रक्रियाएं सही तरीके से फॉलो की जाएं।

पीएम आवास योजना की पात्रता

पीएम आवास योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ पात्रता मानदंड हैं:

पक्का मकान नहीं होना चाहिए: लाभार्थी या उसके परिवार के किसी भी सदस्य के नाम पर भारत में कहीं भी पक्का मकान नहीं होना चाहिए।

आय सीमा: शहरी योजना में EWS के लिए 3 लाख रुपये तक, LIG के लिए 3-6 लाख रुपये, MIG-I के लिए 6-12 लाख रुपये और MIG-II के लिए 12-18 लाख रुपये की वार्षिक आय होनी चाहिए। ग्रामीण योजना में गरीबी रेखा से नीचे (BPL) और SECC सर्वे में चयनित परिवार पात्र हैं।

पहले सरकारी आवास योजना का लाभ नहीं लिया होना चाहिए: अगर आपने केंद्र या राज्य सरकार की किसी पिछली आवास योजना का लाभ लिया है, तो आप पात्र नहीं हैं।

आधार कार्ड अनिवार्य: सभी परिवार के सदस्यों का आधार कार्ड होना जरूरी है और यह बैंक खाते से लिंक होना चाहिए।

महिला के नाम पर घर: PMAY-G में प्राथमिकता महिला के नाम पर या संयुक्त नाम पर घर बनाने को दी जाती है।

पीएम आवास योजना के लिए जरूरी दस्तावेज

योजना के लिए आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

पहचान प्रमाण: आधार कार्ड (अनिवार्य), वोटर आईडी, पैन कार्ड, पासपोर्ट, या ड्राइविंग लाइसेंस

पता प्रमाण: आधार कार्ड, वोटर आईडी, बिजली या पानी का बिल, राशन कार्ड, या रेंट एग्रीमेंट।

आय प्रमाण: वेतनभोगी लोगों के लिए पिछले 2-3 महीने की सैलरी स्लिप, ITR, या सरकारी प्राधिकरण द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र। स्व-रोजगार के लिए बिजनेस दस्तावेज या आय घोषणा।

बैंक खाता विवरण: बैंक पासबुक की कॉपी जिसमें खाता संख्या, IFSC कोड और नाम हो। पिछले 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट।

संपत्ति दस्तावेज (ग्रामीण BLC के लिए): जमीन का पंजीकृत सेल डीड, खसरा-खतौनी, या भूमि स्वामित्व दस्तावेज।

MGNREGA जॉब कार्ड: ग्रामीण लाभार्थियों के लिए।

स्वच्छ भारत मिशन नंबर: अगर शौचालय है तो।

शपथ पत्र: यह घोषणा करने के लिए कि आवेदक के पास पक्का मकान नहीं है।

पासपोर्ट साइज फोटो: 2-3 फोटो।

जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो): SC/ST/OBC के लिए।

विकलांगता प्रमाण पत्र (यदि लागू हो): विशेष प्राथमिकता के लिए।

पीएम आवास योजना में आवेदन कैसे करें

ऑनलाइन आवेदन:

  • ग्रामीण योजना के लिए pmayg.nic.in पर जाएं या शहरी योजना के लिए pmaymis.gov.in पर विजिट करें।
  • होम पेज पर "Apply for PMAY-U 2.0" या संबंधित विकल्प पर क्लिक करें।
  • दिशानिर्देश पढ़ें और "Click to Proceed" पर क्लिक करें।
  • सभी आवश्यक दस्तावेज तैयार रखें।
  • पात्रता फॉर्म भरें और "Eligibility Check" पर क्लिक करें।
  • आधार नंबर दर्ज करें और OTP से सत्यापित करें।
  • व्यक्तिगत और वित्तीय विवरण सही-सही भरें।
  • आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें और कैप्चा कोड डालें।
  • Saveपर क्लिक करके फॉर्म सबमिट करें और प्रिंट निकाल लें।

ऑफलाइन आवेदन:

  • अपने गांव की ग्राम पंचायत या नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) जाएं।
  • ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, या PMAY-G नोडल अधिकारी से मिलें।
  • सभी आवश्यक दस्तावेज साथ ले जाएं।
  • PMAY-G फॉर्म लें और सही जानकारी भरें।
  • फॉर्म और दस्तावेज जमा करें।
  • अधिकारी आपके फॉर्म को Awaassoft सिस्टम में अपलोड करेंगे।

पीएम आवास योजना का स्टेटस कैसे चेक करें

आवेदन करने के बाद आप अपने आवेदन की स्थिति ऑनलाइन चेक कर सकते हैं:

ग्रामीण योजना के लिए:

  • awaassoft.nic.in पर जाएं।
  • StakeHolders सेक्शन में IAY/PMAYG Beneficiary पर क्लिक करें।
  • अपना रजिस्ट्रेशन नंबर या आधार नंबर डालें।
  • आपकी आवेदन स्थिति और किस्तों की जानकारी दिखाई देगी।

शहरी योजना के लिए:

  • pmaymis.gov.in पर जाएं।
  • होम पेज पर Track Your Assessment Status पर क्लिक करें।
  • By Assessment ID या By Name, Father's Name & Mobile No विकल्प चुनें।
  • जरूरी जानकारी भरें और सबमिट करें।
  • आपके आवेदन की स्थिति दिखाई देगी।

ऑफलाइन तरीका:

  • अपने गांव की ग्राम पंचायत या ब्लॉक विकास अधिकारी (BDO) कार्यालय जाएं।
  • अपना रजिस्ट्रेशन नंबर या नाम बताएं।
  • अधिकारी Awaassoft सिस्टम से आपकी स्थिति बता देंगे।
  • हेल्पलाइन नंबर 1800-11-6446 पर कॉल करें या support-pmayg@gov.in पर ईमेल करें।

पीएम आवास योजना का पैसा खाते में आया है या नहीं कैसे चेक करें

अगर आप यह जानना चाहते हैं कि आपके खाते में किस्त आई है या नहीं, तो निम्नलिखित तरीके अपनाएं:

SMS अलर्ट: जब भी किस्त आती है, आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर SMS आता है।

बैंक पासबुक: अपनी बैंक पासबुक अपडेट करवाएं और PMAY से संबंधित एंट्री देखें।

ऑनलाइन बैंकिंग: अपने बैंक अकाउंट में लॉगिन करके ट्रांजेक्शन हिस्ट्री चेक करें।

PMAY पोर्टल: awaassoft.nic.in पर "Installment Details" या "Beneficiary Details" सेक्शन में जाकर अपने भुगतान की स्थिति देख सकते हैं।

UMANG ऐप: UMANG मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और PMAY-G सर्विस में "Installment Details" विकल्प से किस्तों की जानकारी देखें।

पीएम आवास योजना 2.0 की नई अपडेट

9 अगस्त 2024 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने PMAY-U 2.0 को मंजूरी दी, जो अगले 5 सालों (2024-2029) तक चलेगी। इस नई योजना के तहत:

  • 1 करोड़ शहरी गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को आवास सहायता दी जाएगी।
  • कुल 2.30 लाख करोड़ रुपये का सरकारी निवेश होगा।
  • योजना चार verticals के माध्यम से लागू होगी: BLC (Beneficiary Led Construction), AHP (Affordable Housing in Partnership), ARH (Affordable Rental Housing), और ISS (Interest Subsidy Scheme)।
  • ब्याज सब्सिडी 1.80 लाख रुपये तक होगी, जो 5 वार्षिक किस्तों में दी जाएगी।
  • अंगीकार 2025 अभियान 4 सितंबर से 31 अक्टूबर 2025 तक चलाया गया है, जिसमें 5,000 से अधिक शहरी स्थानीय निकायों में आवेदन सत्यापन और जागरूकता बढ़ाई गई है।
  • 17 सितंबर 2025 को PMAY-U Awas Diwasके रूप में मनाया गया, जो PMAY-Urban 2.0 का पहला वर्ष था।
पुराने PMAY-U के तहत 31 मार्च 2022 तक स्वीकृत घरों को पूरा करने की समय सीमा 31 दिसंबर 2025 तक बढ़ा दी गई है।

पीएम आवास योजना से संबंधित महत्वपूर्ण बातें

5 साल का लॉक-इन पीरियड: BLC, AHP या ISS के तहत मिले घर को 5 साल तक बेचा या ट्रांसफर नहीं किया जा सकता।

सब्सिडी जमा होने में समय: PMAY सब्सिडी लाभार्थी को मिलने में आमतौर पर 3 से 4 महीने का समय लगता है, जो सरकार की सत्यापन प्रक्रिया पर निर्भर करता है।

घर का न्यूनतम साइज: BLC के तहत बनने वाले घर का कार्पेट एरिया कम से कम 30 वर्ग मीटर (लगभग 323 वर्ग फुट) होना चाहिए। ग्रामीण में यह 25 वर्ग मीटर है।

निर्माण समय सीमा: BLC के तहत घर को स्वीकृति के 12-18 महीने के भीतर पूरा करना होता है, जबकि AHP प्रोजेक्ट्स को 24-36 महीने में पूरा किया जाना चाहिए।

बुनियादी सुविधाएं अनिवार्य: हर घर में पानी, बिजली, रसोई और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं होनी चाहिए।

PMAY-G का विस्तार: PMAY-G को 2028-29 तक बढ़ाया गया है, जिसमें 2 करोड़ अतिरिक्त घर बनाने का लक्ष्य है।

पीएम आवास योजना में देरी के कारण और समाधान

अगर आपकी किस्त आने में देरी हो रही है, तो निम्नलिखित कारण हो सकते हैं और उनके समाधान:

दस्तावेजों में त्रुटि: सुनिश्चित करें कि आपका आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक है और ई-केवाईसी पूरी है। गलत बैंक विवरण या आधार नंबर की वजह से भुगतान रुक सकता है।

निर्माण कार्य अधूरा: दूसरी और तीसरी किस्त के लिए निर्माण कार्य निर्धारित स्तर तक पूरा होना चाहिए। अगर काम नहीं हुआ, तो आवास सहायक से संपर्क करें और जल्द काम शुरू करें।

जियो टैगिंग नहीं हुई: कुछ मामलों में आवास सहायक या ग्राम पंचायत कर्मचारी जियो टैगिंग नहीं करते या रिश्वत मांगते हैं। ऐसे में BDO या जिला अधिकारी से शिकायत करें।

बजट की कमी: कई बार राज्य या केंद्र सरकार से बजट जारी होने में देरी होती है। इसके लिए आप सिर्फ प्रतीक्षा कर सकते हैं और समय-समय पर अपनी स्थिति चेक करते रहें।

लाभार्थी सूची में नाम नहीं: अगर सर्वे या सत्यापन में कोई गड़बड़ी हुई, तो आपका नाम लिस्ट में नहीं आएगा। ऐसे में ग्राम पंचायत या BDO कार्यालय जाकर अपने आवेदन की दोबारा जांच करवाएं।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री आवास योजना गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए एक वरदान है जो उन्हें अपना पक्का मकान बनाने का सपना साकार करने में मदद करती है। पहली किस्त आमतौर पर 10 से 15 दिनों में आ जाती है जब सभी दस्तावेज सही हों और सत्यापन पूरा हो चुका हो। हालांकि, आवेदन से लेकर पहली किस्त तक का पूरा प्रोसेस 6 महीने से 2-3 साल तक का समय ले सकता है।
दूसरी और तीसरी किस्तें घर निर्माण की प्रगति के आधार पर मिलती हैं, इसलिए समय पर निर्माण कार्य पूरा करना जरूरी है। अपनी किस्तों की स्थिति नियमित रूप से ऑनलाइन चेक करते रहें और किसी भी समस्या के लिए ग्राम पंचायत, BDO या हेल्पलाइन नंबर से संपर्क करें।

सभी आवश्यक दस्तावेज पहले से तैयार रखें, आधार को बैंक खाते से लिंक करें, और पात्रता मानदंडों को ध्यान से पढ़ें। अगर आप योजना के लिए पात्र हैं, तो जल्द से जल्द आवेदन करें और अपने सपनों के घर का निर्माण शुरू करें। PMAY-U 2.0 के तहत अब शहरी क्षेत्रों में भी अधिक लाभार्थियों को सहायता मिलेगी। "अंगीकार 2025" जैसे अभियान आवेदन प्रक्रिया को तेज और सरल बनाने में मदद कर रहे हैं।

यह योजना न केवल आवास उपलब्ध कराती है, बल्कि बुनियादी सुविधाओं जैसे शौचालय, बिजली और पानी की व्यवस्था भी सुनिश्चित करती है, जिससे गरीब परिवारों के जीवन स्तर में सुधार होता है। इसलिए, अगर आप इस योजना के पात्र हैं, तो इसका पूरा लाभ उठाएं और अपने परिवार के लिए एक सुरक्षित और स्थायी घर बनाएं।


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